अभिलेखागार

संस्कृति भवन कुरुक्षेत्र में में विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान का अभिलेखागार विकसित किया गया है। इसमें संस्थान के आरम्भ से ही गतिविधियों, कार्यक्रमों, एवं प्रगति का लेखा-जोखा उपलब्ध किया जा रहा है। अभिलेखागार भविष्य में शोधकर्त्ताओं के लिए विशेषरूप से उपयोगी होगा।

शिक्षण तकनीकी विभाग

वर्तमान युग में विज्ञान और तकनीकी का असीमित विकास हुआ है और हो रहा है। शिक्षा एक जीवन्त संस्कार प्रक्रिया है जिसमें शिक्षक/आचार्य की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। उसका स्थान यन्त्र नहीं ले सकते। परन्तु सहायक सामग्री के रूप में आधुनिक विज्ञान तकनीकी का उपयोग करके शिक्षण को प्रभावी करने की दिशा में विद्या भारती प्रयत्नशील है। दृश्य-श्रव्य शिक्षण सामग्री (Audio-Visual Aids) के प्रयोग को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। सी-डी- लाइब्रेरी भी कुरुक्षेत्र में स्थापित की गई है। इसके अन्तर्गत विभिन्न विषयों पर प्रबोधन के कार्यक्रमों, रामायण, महाभारत, चाणक्य, दादा-दादी की कहानियाँ, विक्रम और बेताल, श्रीमद्भगवदगीता इत्यादि के कैसेट्स एवं फिल्में उपलब्ध हैं। इस शिक्षण तकनीकी विभाग के विकास की अनेक योजनाएँ हैं। लैपटाप एवं एल-सी-डी-प्रोजेक्टर जैसे उपकरण इस विभाग की सामग्री में जोड़े गए हैं जिनका उपयोग आचार्य प्रशिक्षण वर्गों, कार्यगोष्ठियों एवं प्रश्नमंच कार्यक्रमों में किया जाता है।

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